Mohali: ट्यूशन से लौटते बच्चे को थप्पड़ मारा, जमीन पर फेंका और छाती पर पैर रखा; घटना का वीडियो वायरल
Mohali: फेज-3ए, मोहाली में एक युवक द्वारा एक पांच वर्षीय बच्चे को ट्यूशन से लौटते समय कथित तौर पर 8 से 10 बार थप्पड़ मारने और फिर उसे जमीन पर फेंकने का मामला सामने आया है। इसके बाद, युवक ने बच्चे की छाती पर पैर भी रखा। यह घटना न केवल अत्यंत दुखद है, बल्कि समाज में बच्चों के प्रति बढ़ती असंवेदनशीलता का भी एक उदाहरण प्रस्तुत करती है।
घटना का विवरण
पांच वर्षीय बच्चा अपनी पढ़ाई पूरी करके घर लौट रहा था, और उसके साथ एक अन्य बच्चा भी था। जब वे लौट रहे थे, तो बच्चा कुत्ते की नकल कर रहा था। यह नकल उस युवक को बुरी लग गई, जिसने सोचा कि बच्चा उसे देखकर उसकी नकल कर रहा है। इस गुस्से में युवक ने बच्चे पर बेरहमी से हमला कर दिया और उसे थप्पड़ मारने के बाद जमीन पर गिरा दिया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें युवक को बच्चे पर अत्याचार करते हुए देखा जा सकता है। यह दृश्य देखना न केवल बच्चों के प्रति हिंसा का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाता है कि कुछ लोग कितनी आसानी से गुस्से में आ जाते हैं।
पुलिस शिकायत
बच्चे के पिता ने इस घटना के बाद तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। यह मामला 29 अगस्त को हुआ था, लेकिन इस वीडियो को हेल्दी नॉबोरहुड ऑर्गनाइजेशन द्वारा 29 सितंबर को प्राप्त किया गया। इसके बाद, स्थानीय नगर निगम के हस्तक्षेप से पुलिस में मामला दर्ज करने के लिए शिकायत दी गई।
पिता ने कहा कि उन्हें अपने बच्चे के साथ हुई इस घटना के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। उन्होंने कहा कि उनका बच्चा केवल खेलने और मस्ती करने के लिए बाहर गया था, लेकिन उसे ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा। यह न केवल उसके लिए एक शारीरिक चोट है, बल्कि मानसिक रूप से भी वह इस घटना से प्रभावित हुआ है।
समाज में असंवेदनशीलता
इस घटना ने समाज में बच्चों के प्रति बढ़ती असंवेदनशीलता को उजागर किया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक युवा व्यक्ति ने एक छोटे बच्चे के प्रति इतनी हिंसा दिखाई। बच्चों को सुरक्षित वातावरण में बड़ा होने का अधिकार है, लेकिन इस प्रकार की घटनाएं इस अधिकार को चुनौती देती हैं।
इस घटना के बाद, बच्चों की सुरक्षा के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने की आवश्यकता है। समाज को यह समझने की जरूरत है कि बच्चों के प्रति हिंसा या दुरुपयोग के खिलाफ एकजुट होना कितना जरूरी है।
सामाजिक प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस घटना की तीखी आलोचना हो रही है। लोग इस प्रकार की हिंसा को नकारात्मक रूप से देख रहे हैं और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई लोगों ने स्थानीय प्रशासन से अपील की है कि वह बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए।
बच्चों के प्रति इस प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। लोगों को यह समझाना होगा कि बच्चों के साथ हिंसा किसी भी रूप में अस्वीकार्य है। यह न केवल एक बच्चे की जिंदगी को प्रभावित करता है, बल्कि समाज की नैतिकता को भी धूमिल करता है।
शिक्षा और जागरूकता
बच्चों के साथ इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए शिक्षा और जागरूकता बहुत महत्वपूर्ण है। स्कूलों और अन्य संस्थानों को बच्चों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए। साथ ही, अभिभावकों को भी अपने बच्चों को सिखाना चाहिए कि वे किसी भी प्रकार की हिंसा या दुर्व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाएं।
बच्चों को यह सिखाना आवश्यक है कि अगर वे किसी भी स्थिति में असुरक्षित महसूस करें या उनके साथ कुछ गलत हो रहा हो, तो उन्हें तुरंत अपने माता-पिता या किसी विश्वसनीय वयस्क से मदद मांगनी चाहिए।